Aarambh Hai Prachand Lyrics - आरंभ है प्रचंड Lyrics in Hindi

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दोस्तों आज मैं आपको Aarambh Hai Prachand Lyrics in Hindi मैं देने वाला हूं. लेकिन इससे पहले मैं आपको इस गाने के बारे में कुछ मालूमात देना चाहता हूं. यह Indian Song है इस गाने को Piyush Mishra गाया है, Lyrics Piyush Mishra ने लिखी है और संगीत Piyush Mishra. Aarambh Hai Prachand गाना 2022 में आया है. इस गाने को T-Series पर जनता किया गया है

Song Name

::

Aarambh Hai Prachand

Album

::

Gulaal

Singer

::

Piyush Mishra

Lyrics

::

Piyush Mishra

Music

::

Piyush Mishra

Music Label

::

T-Series

Song Release Year

::

2009

Song Lyrics in 

::

Hindi

Song Country Name

::

Indian


Aarambh Hai Prachand Lyrics

Aarambh Hai Prachand Lyrics in Hindi

आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो

आन बाण शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन बाण शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड..

मन करे सो प्राण दे
जो मन करे सो प्राण ले
वोही तो एक सर्वशक्तिमान है
मन करे सो प्राण दे
जो मन करे सो प्राण ले
वोही तो एक सर्वशक्तिमान है

विश्व की पुकार है
ये भागवत का सार है
कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है
कौरोवों की भीड़ हो
या पांडवों का नीड़ हो
जो लड़ सका है वो ही तो महान है

जीत की हवस नहीं
किसी पे कोई वश नहीं
क्या ज़िन्दगी है ठोकरों पे मार दो
मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यूँ डरें
ये जाके आसमान में दहाड़ दो

आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन बाण शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड..

वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव
या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो
वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव
या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो

या की पुरे भाल पे जला रहे विजय का लाल
लाल यह गुलाल तुम ये सोच लो
रंग केशरी हो या मृदंग केशरी हो
या कि केशरी हो ताल तुम ये सोच लो

जिस कवि की कल्पना में ज़िन्दगी हो प्रेम गीत
उस कवि को आज तुम नकार दो
भीगती मासों में आज, फूलती रगों में आज
आग की लपट का तुम बघार दो

आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज
जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन बाण शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो

आरंभ है प्रचंड..
आरंभ है प्रचंड..
आरंभ है प्रचंड..

अगर दोस्तों आप Aarambh Hai Prachand Lyrics in English मैं सुन कल उत्पन्न दोष होना चाहते हैं तो आप इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं.

Conclusion

दोस्तों Aarambh Hai Prachand Lyrics in Hindi के बारे में मालूमात मैंने मुख्तलिफ जगह से हासिल करके आप तक पहुंचाई है ताकि आप इंजॉय कर सके. आप लोगों ने इस पोस्ट के बारे में अपनी राय जरूर देनी है.

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